- कथित शराब घोटाले के बाद अब ‘पानी पर मुश्किल’
- दिल्ली में 10 जगहों पर पहुंची ED की टीम
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पर्सनल सेक्रेटरी बिभव कुमार और AAP सांसद एनडी गुप्ता के घर पर मंगलवार को ED की रेड हुई है। दिल्ली में AAP नेताओं और उनसे जुड़े लोगों के करीब 10 ठिकानों पर जांच एजेंसी तलाशी ले रही है। ED की ये कार्रवाई दिल्ली जल बोर्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में हो रही है।
ED की रेड के बीच दिल्ली की मंत्री आतिशी (Senior AAP Leader and Delhi Cabinet Minister @AtishiAAP Addressed an Important Press Conference) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा- BJP हमें दबाना चाहती है, लेकिन हम डरेंगे नहीं। कभी किसी को समन आता है, कभी छापा पड़ता है। दो साल में सैकड़ों रेड के बाद ED एक रुपए की रिकवरी नहीं कर पाई। शराब घोटाले में दो साल बाद भी कोई सबूत नहीं मिला।
किसी भी ED के केस को साबित करने के लिए 3 तरह के साक्ष्य होते हैं:
1. पैसे की रिकवरी
2. कोई पुख़्ता सुबूत
3. गवाही (Statements)2 साल की जाँच में अभी तक 1 रुपए की रिकवरी नहीं हुई है, ED को एक भी पुख़्ता सुबूत नहीं मिला है। उनका सारा केस सिर्फ़ और सिर्फ़ statements पर टिका है, और… https://t.co/Hx1ms7RPXK
— Atishi (@AtishiAAP) February 6, 2024
आतिशी ने कहा- ED ने इन्वेस्टिगेशन के बाद से सारे ऑडियो फुटेज डिलीट कर दिए। घोटाला हमने नहीं किया। असल में ED की जांच में ही घोटाला है। ED ने गवाहों के बयानों में फर्जीवाड़ा किया। जिनसे भी बयान लिए गए, उन्होंने कहा कि हमने दबाव में बयान दिए।
आतिशी ने पूछा कि ED ऑडियो डिलीट करके किसे बचाना चाहती है। आपने देश-कोर्ट के सामने जितने सवाल-जवाब किए हैं, उनमें से कितने के ऑडियो आपके पास मौजूद हैं। ये सामने आएगा तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि ये मामला दिल्ली जल बोर्ड में टेंडर प्रक्रिया में कथित गड़बड़ी से जुड़ा है। एजेंसी ने 31जनवरी को दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व चीफ इंजीनियर जगदीश कुमार अरोड़ा और कारोबारी अनिल कुमार अग्रावल को PMLA केस में गिरफ्तार किया था। CBI की ओर से दर्ज की गई FIR के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की थी। FIR मेंआरोप लगाया गया है कि जगदीश कुमार अरोड़ा (तत्कालीन चीफ इंजीनियर) ने दिल्ली जल बोर्ड के कुछ ठेके एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को दिए, जिनका मूल्य 38,02,33,080 रुपए है। कंपनी के पास टेक्निकल योग्यता नहीं होने के बावजूद ठेके दिए गए।
ED ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा, ‘जांच मेंपता चला कि एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने फर्जी दस्तावेजों के आधार
पर ठेके हासिल किए। जगदीश कुमार इस बात से अवगत थे कि कंपनी के पास तकनीकी योग्यता नहीं है। एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर ने काम का ठेका इंटीग्रल स्क्रूज लिमिटेड को दिया जिसकी प्रोपराइटरशिप अनिल अग्रवाल के पास है। अनिल कुमार अग्रवाल ने कैश और बैंक अकाउंट में ट्रांसफर के जरिए जगदीश कुमार को 3 करोड़ रुपए की रिश्वत दी। जांच में पता चला कि रिश्वत का पैसा लेने के लिए जगदीश कुमार अरोड़ा के करीबी लोगों और रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया गया।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ईडी और जांच एजेंसियों पर प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र होती हैं और इसे जज करने का काम न्यायधीश का है।
लोकसभा में सोमवार को सदन को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “ कांग्रेस के कार्यकाल में 5 हज़ार करोड़ की संपत्ति जब्त की गई थी, हमारे कार्यकाल में ईडी ने 1 लाख करोड़ जब्त किए हैं. देश का लूटा हुआ माल देना ही पड़ेगा.”
“जांच करना एजेंसियों का काम है, वो स्वतंत्र होती हैं और उन्हें संविधान ने स्वतंत्र रखा हुआ है. जज करने का काम न्यायधीश का है और वो अपना काम कर रहे हैं.”
ED, CBI और इनकम टैक्स पर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने के आरोप लगते हैं। विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं पर ED सहित केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं, विपक्ष के नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार इन एजेंसियों को राजनीतिक बदले की भावना से इस्तेमाल कर रही है। लालू प्रसाद यादव, हेमंत सोरेन, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अरविंद केजरीवाल सहित कई विपक्ष के नेता ED की जांच के दायरे में हैं।