- गुजरात ATS की जांच में खुली मौलाना सलमान अजहरी की कुंडली
- मौलाना के पाकिस्तान से कनेक्शन को लेकर गुजरात ATS की जांच
- गुजरात ATS ने खंगाला मौलाना का माेबाइल, फंडिंग की भी जांच
- मौलाना किस किस के संपर्क में था, इसकी भी हो रही जांच
अहमदाबाद: गुजरात के जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण पर घिरे मौलाना मुफ्ती सलमान अजहरी (Maulana Mufti Salman Azhari) पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। मुंबई से गिरफ्तारी के बाद गुजरात एटीएस (Gujarat ATS ) की जांच में मौलाना की क्राइम कुंडली सामने आई है। इसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। गुजरात एटीएस ने मौलाना की कुछ संदिग्ध गतिविधियां सामने आने के बाद मौलाना के मोबाइल की जांच शुरू कर दी है। इसमें मौलाना के पाकिस्तान से कनेक्शन को लेकर जांच हो रही है।
मौलाना के पाकिस्तान से कनेक्शन को लेकर जांच
गुजरात एटीएस के सूत्रों से सामने आई जानकारी के अनुसार मौलाना की कुछ गतिविधियां संदिग्ध होने पर मोबाइल की भी जांच की गई है। इसमें आगे की और भी जांच की जा रही है। इसमें मौलाना के पाकिस्तान से कनेक्शन को लेकर जांच हो रही है। मौलाना के ट्रस्ट और परिवार के बैंक खाते की जांच शुरू की गई है। इसमें पुलिस पता लगा रही है कि मौलाना के ट्रस्ट के रुपयों का उपयोग किन चीजों में किया गया? इसके अलावा पुलिस मौलाना किसके संपर्क में था? यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है। जूनागढ़ पुलिस मौलाना से भड़काऊ भाषण के पीछे के मकसद को लेकर पूछताछ की तैयारी कर रही है, लोकसभा चुनावों से पहले गुजरात में मौलाना के श्रंखलाबद्ध कार्यक्रमों के पीछे का क्या मकसद था? इस बिंदु को भी ध्यान में रखकर अधिकारी जांच को आगे बढ़ा रहे हैं।
गुजरात में किए कई प्रोग्राम
जूनागढ़ के कार्यक्रम में हेट स्पीच के खुलासे के बाद गुजरात पुलिस मौलाना के दूसरे कार्यक्रमों की भी रिकॉर्डिंग को कब्जे में ले रही है। शुरुआत जांच में सामने आया है कि जूनागढ़ से पहले गुजरात के कच्छ जिले में भी मौलाना ने उकसावे वाली बातें कही थीं। गुजरात एटीएस ने मुंबई से मौलाना की ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद उसे जूनागढ़ पुलिस के हवाले कर दिया है। जहां पुलिस उसे मेडिकल जांच के साथ कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेगी। इसके साथ ही एटीएस ने मौलाना की कुछ संदिग्ध गतिविधियां सामने आने के बाद मौलाना के मोबाइल की जांच शुरू की है। मौलाना सलमान अजहरी को गुजरात पुलिस ने जूनागढ़ में 31 जनवरी को आयोजित हुए कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण देने पर 3 फरवरी की रात को अरेस्ट किया था।
#WATCH | Maulana Mufti Salman Azhari who was arrested by Gujarat ATS in a hate speech case, brought to the ATS office in Ahmedabad from Mumbai. pic.twitter.com/zwPthdIK6x
— ANI (@ANI) February 5, 2024
मौलाना ने 31 जनवरी को जूनागढ़ से गुजरात के अरवल्ली और कच्छ जिले में कार्यक्रम किए थे। जूनागढ़ के कार्यक्रम के बाद उसे 12 फरवरी को गुजरात के ही माेरबी में कार्यक्रम करना था। इससे पहले ही जूनागढ़ के कार्यक्रम भड़काऊ भाषण वायरल हो गया। जिसके बाद मौलाना की मुंबई से भारी बवाल के बीच अरेस्ट किया गया।
जूनागढ़ हेट स्पीच केस में पुलिस अभी तक मौलाना को मिलाकर कुछ चार को गिरफ्तार किया है। वहीं एटीएस की जांच में सामने आया है कि मौलाना सलमान अजहरी के खिलाफ पांच मामले पहले से दर्ज हैं। वह मुंबई में जरूर रहता है लेकिन वह मूलरूप से कर्नाटक का रहने वाला है।
#WATCH | Junagadh, Gujarat: On Muslim Cleric Mufti Salman Azhari, Junagadh SP Harshad Mehta says, "On January 31, there was a function on eradication of drugs in a school ground… The speaker, Maulana Salman Azhari had come from Mumbai. He made a speech that could disturb the… pic.twitter.com/mBvNt40ynn
— ANI (@ANI) February 5, 2024
मुफ्ती के वकील ने कहा- कानून का पालन नहीं हुआ
मुफ़्ती सलमान अजहरी के वकील वाहिद शेख ने मीडिया को बताया- रविवार को अजहरी के आवास पर लगभग 35-40 पुलिसकर्मी इकट्ठा हुए। मुफ्ती साहब ने पुलिस के साथ सहयोग किया। हमें बताया गया कि उनके खिलाफ भड़काऊ भाषणा के आरोप में धारा 153 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
#WATCH | Mumbai: Wahid Sheikh, lawyer of Maulana Mufti Salman Azhari who was detained in a hate speech case, says, "35-40 policemen in civil dress were present at Maulana Mufti Salman Azhari's house in the morning hours. We asked them about their purpose for coming, but nothing… pic.twitter.com/JO3OIhJVSI
— ANI (@ANI) February 4, 2024
मुफ्ती का दावा- मेरे बयान में कहीं भी हिंदू शब्द नहीं
पुलिस की कार्रवाई पर मुंबई के मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सफाई दी थी। अजहरी की तरफ से लिखा गया है कि BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने हमारे बयान पर ट्वीट किया है और कहा है कि हम हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने का काम करते हैं।
बयान में एक कविता का जिक्र है जिसे आपको ध्यान से सुनना चाहिए। उसमें कहीं भी हिंदू शब्द नहीं है। BJP प्रवक्ता त्रिवेदी ने इसमें जबरन हिंदू शब्द डाला है और हिंदुओं को कुत्ता कहा है, इसलिए सभी हिंदुओं को इस नफरत फैलाने वाले प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
AIMIM का दावा- मुफ्ती ने भड़काऊ भाषण नहीं दिया
अजहरी की गिरफ्तारी के बाद AIMIM के प्रवक्ता वारिस पठान ने दावा किया कि मुफ्ती ने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया था। हिरासत में लेने से पहले उन्हें धारा 41 ए के तहत नोटिस दिया जाना चाहिए। हमें कानून और व्यवस्था पर पूरा भरोसा है कि हमें न्याय मिलेगा। जब वास्तविक नफरती भाषण दिए जाते हैं, तब सरकार कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती?