NewsFull
देश

जयपुर में सीरियल ब्लास्ट की साजिश नाकाम, 4 गिरफ्तार

जयपुर को दहलाने की साजिश नाकाम

जयपुर को सीरियल बम ब्लास्ट से दहलाने की बड़ी साजिश नाकाम हाे गई है। राजस्थान पुलिस ने बुधवार शाम को सूफा संगठन के 3 आतंकियों को चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) के निंबाहेड़ा (Nimbahera) से गिरफ्तार किया है। आरोपी निंबाहेड़ा में बम बनाकर दूसरी गैंग को देने वाले थे, जो जयपुर में 3 जगह सीरियल ब्लास्ट करने वाला था। साजिश को अंजाम देने से पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। पकड़े गए आतंकियों ने RDX और बम बनाने का साजोसामान अपने साथियों को ट्रांसफर करने की प्लानिंग की थी, ताकि लोकल गैंग इन बम को जयपुर में प्लांट कर सके। आतंकियों को विस्फोटक कहां मिला और किसने इसकी सप्लाई की, इसको लेकर भी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार युवकों में एक का नाम जुबेर, दूसरे का अल्तमस्  और तीसरे का नाम सैफ़ु उर्फ़ सफ़ुल्लाह है। सूत्रों के मुताबिक तीनों शख्स हरियाणा के रहनेवाले हैं और मध्य प्रदेश के रतलाम से विस्फोटक लेकर आ रहे थे।

  • आतंकियों से मिला 12 किलो RDX
  • नाकाबंदी के दौरान RDX बरामद

बुधवार की रात चित्तौड़गढ़ पुलिस बैरिकेड लगाकर चेकिंग कर रही थी तभी आरोपियों की गाड़ी से 12 किलो RDX,  बैटरी के साथ 3 घड़ी और तार के साथ 3 कनेक्टर मिले। ये देखते ही पुलिस के होश उड़ गए।  तुरंत सीनियर अधिकारियों को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) की मदद से संदिग्ध आरोपियों से पूछताछ शुरू की। पुलिस अभी तीनों से पूछताछ पूरे नेटवर्क का पता लगा रही है।

रतलाम से भागकर निंबाहेड़ा आए आरोपी

उदयपुर आईजी हिंगलाज दान ने बताया कि आरोपियों के नाम जुबेर, अल्तमस और सरफुद्दीन उर्फ सैफुल्ला हैं। ये रतलाम से भागकर निंबाहेड़ा के पास रानीखेड़ा में रह रहे थे। राजस्थान में पकड़े गए आरोपियों की सूचना पर रतलाम से भी दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल जयपुर एटीएस और उदयपुर पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। मध्यप्रदेश एटीएस की टीम भी पूछताछ के लिए राजस्थान आएगी।

आतंकियों के स्लीपर सेल की तरह काम करता है सूफा
ये सभी आतंकी MP के सूफा संगठन के मेंबर हैं। देशद्रोह के मामले में कुख्यात सूफा संगठन 2012-13 में मध्यप्रदेश के रतलाम में एक्टिव हुआ था। कई साल तक शांत रहने के बाद यह आतंकी संगठन दोबारा आतंकी वारदात की फिराक में है। सूफा कट्टरपंथी सोच के 40-45 युवकों का इस्लामिक संगठन है। ये आतंकियों के स्लीपर सेल की तरह काम करता है। ये संगठन समाज में कट्टरपंथी सोच और तौर-तरीकों का हिमायती है। इसने मुस्लिम समाज की शादियों और दूसरे कार्यक्रमों को हिंदू रीति-रिवाज बताकर विरोध किया था।

रतलाम के तरुण और कपिल हत्याकांड में शामिल रहा है सूफा

2014 में बजरंग दल नेता कपिल राठौड़ की हत्या में सूफा के सदस्य गिरफ्तार हुए थे।
कपिल हत्याकांड:  2014 में बजरंग दल नेता कपिल राठौड़ की हत्या में सूफा के सदस्य गिरफ्तार हुए थे। सितंबर 2014 को कांग्रेस नेता यास्मिन शेरानी पर आरोपियों ने गोली चलाई थी। इसके बाद कट्‌टरपंथियों ने उत्पात मचाया और शहर को कर्फ्यू में झोंक दिया था। कट्‌टरपंथियों ने महू रोड बस स्टैंड पर बजरंग दल नेता कपिल राठौड़ और उनकी होटल पर काम करने वाले पुखराज की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
तरुण हत्याकांड: 21 सितंबर 2017 की रात कॉलेज रोड पर लंबी गली निवासी तरुण सांखला की एक्टिवा सवार दो युवकों ने रंजिश में हत्या कर दी थी। पुलिस ने गोली मारने के आरोप में चिंगीपुरा निवासी अयाज पिता इदरीस, सलमान उर्फ पप्पन पिता हुसैन खान पठान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि कट्टरपंथी संगठन सूफा के लोगों ने हत्या का षड्यंत्र रचा और आरोपियों की मदद की।

पुलिस ने वसीम उर्फ पांडू पिता शब्बीर पठान निवासी चिंगीपुरा, असीम पिता जहूर शेरानी, अज्जू उर्फ मोइन पिता मंसूर खान, अल्तमस पिता बशीरखान शेरानी, सूफा सरगना असजद पिता जहूर खान चारों निवासी शेरानीपुरा और जुबेर पिता फकीर मोहम्मद निवासी आनंद कॉलोनी को गिरफ्तार किया था। जुबेर ने आरोपियों को पिस्टल उपलब्ध करवाई थी।

Related posts

मौलाना अजहरी की गिरफ्तारी- क्या बोले पाकिस्तानी?

newsfull

रैपर बादशाह को हेट मैसेज, कहा- तू कब मरेगा..

newsfull

भागलपुर ब्लास्ट का LIVE वीडियो, CCTV में कैद खौफनाक मंजर

newsfull

Leave a Comment