यूक्रेन से जारी युद्ध में रूस का एक हाईटेक हथियार कहर बरपा रहा है। ये हथियार है PTKM-1R टॉप अटैक माइन जो बैटलफील्ड में यूक्रेनी टैंकों या बख्तरबंद गाड़ियों को पल भर में खाक में मिला दे रहा है।
Video released by Russia’s military shows the weapon in action
PTKM-1R टॉप अटैक एंटी टैंक माइन
रूस का ये एंटी टैंक माइन (RUSSIA’S lethal anti-tank mine) 100 फीट ऊपर जाकर ब्लास्ट करता है और फिर वहां से नीचे खड़े टैंक पर विस्फोटक फायर करता है। रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine War) में इस तरह का हथियार पहली बार इस्तेमाल हो रहा है।
पुतिन का इंटेलिजेंट वेपन
- रूस ने यूक्रेन में तैनात किया घातक हथियार PTKM-1R टॉप-अटैक माइन
- टैकों की आवाज सुनकर 100 फीट ऊपर होता है लॉन्च, तेज गति से बनाता है निशाना
- मजबूत से मजबूत टैकों के स्टील कवच को भी भेदने में सक्षम है स्मार्ट माइन हथियार
इस एंटी टैंक माइन को स्मार्ट माइन (smart-mine) कहा जाता है, जब इसका टारगेट 100 मीटर के रेंज में आ जाता है तब ये ट्रिगर करता है। इस माइन में सेंसर लगे हैं जो अपनी तरफ आने वाली गाड़ियों की आवाज को सुनते हैं फिर ये तय करते हैं कि ये आवाज या वाइब्रेशन किसी टैंक या आर्मर्ड व्हीकल के तो नहीं। टैंक या बख्तरबंद गाड़ियों की आवाज कन्फर्म होते ही ये हमले के लिए तैयार हो जाता है। पुतिन की पलटन का ये हथियार इतना इंटेलिजेंट है कि ये सामान्य गाड़ियों, टैंक या मिलिट्री गाड़ियों को सेंसर की मदद से पहचान लेता है।
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रूस का ये PTKM-1R टॉप अटैक माइन खुद को एयर लॉन्च करता है
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ग्राउंड पर मौजूद टारगेट को स्कैन करता है
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इसके बाद एक्सप्लोसिव स्लग को 100 फीट की ऊंचाई से टारगेट पर फायर कर देता है

टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक 26 अप्रैल को इस रूसी हथियार के यूक्रेन के वॉरजोन में इस्तेमाल होने के सबूत पहली बार मिले। और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। पुतिन की सेना में इस स्मार्ट एंटी टैंक माइन को साल 2020 में शामिल किया गया था। ये अमेरिका के M-93 हॉर्नेट वाइड एरिया म्यूनिशन (Hornet wide-area munition) जैसा है।
एक आर्मामेंट सर्विस ब्लॉग के मुताबिक ये माइन जमीन पर लगे होते हैं, इनके 8 लेग्स बाहर की तरफ फोल्डेड होते हैं। जैसे ही दुश्मन का टैंक 100 मीटर के रेंज में आ जाता है, माइन के चारों दिशाओं में काम करने वाले आवाज वाले सेंसर (Four directional acoustic sensors) और सिस्मिक सेंसर (seismic sensors) ऑफ हो जाते हैं और फिर ये माइन हमले के लिए तैयार हो जाता है।
इस समय प्रोजेक्टाइल पाथ की कैलकुलेशन होती है और ऑनबोर्ड सिस्टम टारगेट को लॉक कर देता है। टैंक को निशाना बनाने के लिए माइन 30 डिग्री के एंगल (30-degree angle) पर नीचे की तरफ झुक जाता है। जैसे ही टारगेट नजदीक आता है, 6.2 पाउंड का एक्सप्लोसिव वॉरहेड (6.2lb explosive warhead) हाव में 100 फीट ऊपर लॉन्च हो जाता है, इस दौरान माइन के इंफ्रा रेड सेंसर नीच ग्राउंड पर मौजूद टैंक को स्कैन करते रहते हैं। इसके बाद वॉरहेड से मेटल एक्सप्लोसिव प्रोजेक्टाइल इतनी हाई स्पीड से फायर होता है कि वो 7 सेंटीमीटर यानी 3 इंच मोटे स्टील आर्मर में छेद कर देता है। ये पूरी प्रक्रिया चंद सेकेंड में पूरी हो जाती है और भारी भरकम टैंक पल भर में तबाह हो जाती है।
बख्तरबंद गाड़ियों के कंगुरे की पतली प्लेटिंग उन्हें इस हमले के लिए ज्यादा असुरक्षित बना देती है। पिछले साल नवंबर में रशियन मिलिट्री (Russian military) ने यूट्यूब पर PTKM-1R की विध्वंसक ताकत (PTKM-1R’s power) को दिखाने वाला वीडियो पोस्ट किया था। स्लो मोशन फुटेज में दिखाया गया है कि कैसे ये माइन पहले हवा में उड़ती है फिर सेंकेड के कुछ भाग में नीचे जमीन पर खड़े एक अनमैंड टैंक (unmanned tank) को तबाह कर देता है।