- सीएम गुट के 92 विधायकों ने दिया इस्तीफा
- गहलोतकैंप बोला- गहलोत ही बने रहें मुख्यमंत्री
- स्पीकर के घर पहुंचे गहलोत समर्थक MLA
- हाईकमान ने गहलोत-पायलट को दिल्ली बुलाया
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने की तैयारी है, लेकिन राजस्थान में सीएम की कुर्सी को लेकर कांग्रेस के अंदर सियासी बवंडर खड़ा हो गया है। गहलोत के विकल्प के रूप में यानी मुख्यमंत्री के रूप में सचिन पायलट का हाईकमान की पसंद होना गहलोत गुट के विधायकों को नागवार गुजर रहा है। गहलोत खेमा पायलट के नाम पर इस कदर नाराज हो गया है कि विधायक दल की बैठक से पहले ही गहलोत गुट के करीब 70 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के घर पहुंचकर इस्तीफा देना शुरू कर दिया।

बताया जा रहा है कि विधायक दल की बैठक से पहले गहलोत कैंप के विधायकों ने शांति धारीवाल के घर पर मुलाकात की थी। इस बैठक में भी 56 के करीब विधायक शामिल हुए। इस बैठक के बाद अशोक गहलोत कैंप के विधायकों ने अपने ही खेमे से किसी को मुख्यमंत्री बनाने की बात की थी। इसे लेकर बकायदा एक प्रस्ताव भी पारित किया गया था। अब तो मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास खुलकर कह रहे हैं कि हमारे पास 92 विधायक हैं। हमारी एक ही मांग है कि बगावत करने वाले लोगों में से सीएम न बनाया जाए।
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा- हम सभी विधायक विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर अपने पद से इस्तीफा देंगे। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी हमारी नहीं सुनती है, फैसले अपने आप हो जाते हैं। जरुरत पड़ी तो हम दिल्ली भी जाएंगे। अभी हम 125 के करीब विधायक हैं हमारे साथ निर्दलीय विधायक भी हैं। विधायक पहले ही तय कर चुके थे कि वो विधायक दल की बैठक में नहीं जाएंगे। विधायकों को लगता है कि फैसला उनसे पूछे बगैर लिया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक मौजूदा घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात की है। इस बातचीत के दौरान अशोक गहलोत ने उन्हें बताया कि पार्टी के विधायक नाराज हैं, ऐसे हालात में मेरे हाथ में कुछ नहीं है। इसके बाद पार्टी आलाकमना ने गहलोत और पायलट दोनों को दिल्ली बुलाया है। सूत्रों के मुताबिक आलाकमान गहलोत और पायलट दोनों को समझाएगा।
राजस्थान में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने रविवार रात कहा कि राज्य में 2023 विधानसभा चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं। पूनिया ने ट्वीट किया, ‘‘रूझान आने प्रारंभ…2023 में ‘जय भाजपा-तय भाजपा’’’। ये राजस्थान को, अब तो भगवान बचाए राजस्थान को…।’
रूझान आने प्रारंभ…
~ जय भाजपा-तय भाजपा ~
#2023— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) September 25, 2022