- दो रशियन न्यूक्लियर बॉम्बर तबाह, 3 की मौत
- यूक्रेन ने किया हमला- रूसी रक्षा मंत्रालय
रूसी परमाणु बॉम्बर्स की तबाही की ये खबर रूसी शहर सरातोव (Saratov) के इन्गेल्स-2 एयरबेस (Engels-2 airbase) से आई है, जहां सोमवार (Monday, 05 December 2022) को कथित ड्रोन अटैक में रूस के लंबी दूरी तक मार करने वाले दो परमाणु बॉम्बर्स (Two long-range nuclear bombers) Tu-95 तबाह हो गए। इन दोनों बॉम्बर्स का इस्तेमाल यूक्रेनी पावर ग्रिड और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर एयर स्ट्राइक से तबाह करने में किया जा रहा था। शुरुआत से ही आशंका जताई जा रही थी कि यूक्रेन के हमलावर ड्रोन ने रूस के दोनों बॉम्बर्स को निशाना बनाया है, हालांकि यूक्रेन की तरफ से इस हमले की जिम्मेदारी अबतक नहीं ली गई है। लेकिन, अब तो रूसी रक्षा मंत्रालय ने भी पुष्टि कर दी है कि यूक्रेन के हमले में रूस के दो विमान तबाह हुए हैं।
3 killed, 2 warplanes damaged in Ukrainian attack – Russian MODhttps://t.co/HMuB5Poenz pic.twitter.com/QNjYCgl8Bg
— RT (@RT_com) December 5, 2022
रूस की पश्चिमी सीमा पर यूक्रेन की तरफ से ऐसे दर्जनों हमले किए जा चुके हैं और अब खुद रूसी रक्षा मंत्रालय ने हमले के लिए यूक्रेन को कठघरे में खड़ा कर दिया है, रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यूक्रेन के इस हमले में 3 लोगों की मौत हुई है।
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अब आशंका जताई जाने लगी है कि रूसी हमलों में अब ना सिर्फ और तेजी आएगी बल्कि दिसंबर में युद्ध और भयानक हो सकता है, क्योंकि रूसी क्रूजर मोस्कवा की तबाही के बाद कर्च ब्रिज पर हमला और अब रूसी बॉम्बर्स को निशाना बनाने की इन घटनाओं से सबक लेते हुए पुतिन इस जंग को क्लाइमैक्स तक पहुंचाने के लिए कहीं कोई बड़ा फैसला ना ले लें।
यूक्रेनी बॉर्डर से इन्गेल्स-2 एयरबेस (Engels-2 airbase) की दूरी 300 मील है, जबकि और रयाजान की दूरी 400 मील के करीब है। ये दूरी यूक्रेनी मिसाइलों की रेंज से बाहर है, इसका मतलब ये हुआ कि इन हमलों को ड्रोन के जरिए अंजाम दिया गया। खास बात ये भी है कि इन हमलों से चंद घंटे पहले यूक्रेनी आर्म्स फर्म यूक्रोबोनोप्रोम (Ukrobonoprom) ने दावा किया था कि उसने ऐसा ड्रोन तैयार कर लिया है जो 165 पाउंड (165lb) वजन के वॉरहेड (warhead) के साथ इन दोनों ठिकानों को हिट कर सकता है।
इस हमले ने रूसी सेना के एयर डिफेंस और इंटेलिजेंस की पोल खोलकर रख दी है। इस हमले के बाद तो रूसी सेना से लेकर सुरक्षा एजेंसियों के हाथ-पांव फूले हुए हैं। उन्हें डर इस बात का है कि यूक्रेनी ड्रोन की पहुंच अगर सरातोव तक हो गई तो मॉस्को (Moscow) तक पहुंचने में भी उन्हें वक्त नहीं लगेगा।
दूसरे धमाके की खबर रयाजान (Ryazan) शहर के पास के रूसी मिलिट्री बेस से आई। यहां एक फ्यूल ट्रक में जोरदार धमाका हुआ, जिससे 3 लोगों के मरने और 5 के जख्मी होने की खबर है। कीव ने यहां भी हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि रूस के वेस्टर्न बॉर्डर पर सैन्य ठिकानों से लेकर सप्लाई डिपो पर यूक्रेन की तरफ से लगातार हमले किए जा रहे हैं। ब्रयांस्क, कुर्स्क और बेलगोरोद- इन तीनों इलाकों को यूक्रेनी ड्रोन लगातार निशाना बनाते आ रहे हैं।
सरातोव और रयाजान शहर के पास ये दोनों धमाके तब हुए हैं जब रूस के सरहदी इलाके ब्रयांस्क में एक तेल डिपो को यूक्रेन की तरफ से निशाना बनाया गया। इससे पहले नवंबर में भी स्टालनोई कोन एक ऑयल डिपो में धमाका हुआ था। रयाजान (Ryazan) शहर के पास रूसी सेना के फ्यूल ट्रक पर हुए हमले को लेकर कहा जा रहा है कि हमलावर ड्रोन को यूक्रेन से लॉन्च किया गया था, लेकिन इन्गेल्स-2 एयरबेस (Engels-2 airbase) पर हुए हमले को लेकर अभी तक तस्वीर साफ नहीं हो सकी है कि यहां हुए हमले के लिए ड्रोन को कहां से लॉन्च किया गया?
बीते हफ्ते ही इन्गेल्स-2 एयरबेस (Engels-2 airbase) से रूसी परमाणु बॉम्बर्स Tu-95 और Tu-160 की सैटेलाइट से ली गई तस्वीरें सामने आई थीं, जब इन बॉम्बर्स में क्रूज मिसाइल्स (cruise missiles) लोड की जा रही थीं। उस वक्त पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों ने आशंका जताई थी कि ये तैयारी यूक्रेनी एनर्जी एनटवर्क पर भीषण हमले के लिए की जा रही हैं।
रूसी रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि “ज्यादा संभावना इस बात की है कि ड्रोन को हमारी (रूसी) जमीन से ही लॉन्च किया गया, इसका मतलब ये हुआ कि दुश्मन पहले से ही वोल्गा नदी के किनारे पहुंच चुके हैं, और अगर ये ड्रोन यूक्रेन से लॉन्च किया गया तो इसका मतलब ये हुआ कि हमारे दुश्मन के पास एक हजार किलोमीटर रेंज (1000 km range) की ड्रोन टेक्नॉलजी आ चुकी है। मतलब अब मॉस्को भी हमले की जद में है। अब एक ही निष्कर्ष है कि रूसी क्षेत्र में काउंटर टेररिज्म के उपायों को उच्चतम स्तर पर ले जाना होगा और पलटवार में 10 गुना ज्यादा हमले करने होंगे। जब तक रूस की तरफ से भीषण हमले नहीं होंगे ऐसे हमले होते रहेंगे।”
सरातोव रीजन के मेयर ने कहा कि — प्रिय शहरवासियों, एन्गेल्स में बड़े धमाके की खबर मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही हैं। मैं आपको भरोसा देना चाहता हूं कि शहर के रिहायशी इलाकों में इमरजेंसी जैसी कोई स्थिति नहीं है। चिंता की कोई बात नहीं है। कोई भी सिविलियन इंफ्रास्ट्रक्चर डैमेज नहीं हुआ है।
सुबह-सुबह हुए धमाके को लेकर सरतोव के मेयर ने रशियन मिलिट्री को हुए इस भारी नुकसान का खंडन नहीं किया, स्थानीय लोगों का भी कहना है कि इस सुबह-सुबह हुए इस धमाके को पूरे शहर ने सुना लेकिन अधिकारी सबकुछ छिपा रहे हैं और खुलकर कुछ बता नहीं रहे। हालांकि शाम होते-होते रूसी रक्षा मंत्रालय ने हमले की पुष्टि कर दी और इसके लिए यूक्रेन को जिम्मेदार बताया।