मणिपुर के चुराचांदपुर में SP Office पर गुरुवार (15 फरवरी) देर रात हमला हुआ है। चुराचांदपुर के एसपी शिवानंद सुर्वे (Churachandpur SP Shivanand Surve) ने एक मणिपुर पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को सस्पेंड किया, जिसके बाद ये हमला हुआ। एक स्थानीय अधिकारी के मुताबिक, एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिस विभाग का वो हेड कॉन्स्टेबल हथियारबंद लोगों के साथ नजर आ रहा। वीडियो सामने आने के बाद हेड कांस्टेबल के खिलाफ डिपार्टमेंट ने एक्शन लिया और उसे सस्पेंड कर दिया गया।
पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर खदेड़ा
मणिपुर पुलिस (Manipur police) के X हैंडल @manipur_police पर किए गए पोस्ट के मुताबिक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किए जाने के कुछ देर बाद 3000-400 की संख्या में लोग एसपी ऑफिस पहुंचे और पथराव किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स समेत स्टेट फोर्स आंसू गैस के गोले दागकर उपद्रवियों पर काबू कर रही है।
Mob numbering approx. 300–400 attempted to storm the office of SP CCP today, pelting stones, etc. The SF, including the RAF, is responding appropriately by firing tear gas shells to control the situation. Things are under watch..
— Manipur Police (@manipur_police) February 15, 2024
मंगलवार को इंफाल में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर-IRB पोस्ट पर हमला हुआ था
मंगलवार को मणिपुर के इंफाल ईस्ट में हिंसा भड़की थी। गोलीबारी में एक की मौत भी हुई थी और 3 लोग घायल हुए थे। उपद्रवियों ने पेंगेई के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में हमला किया और हथियार लूटने की कोशिश की थी। इसके अलावा तेजपुर इलाके में इंडिया रिजर्व बटालियन की पोस्ट पर भी हमला किया गया। यहां स 6 AK-47, 4 कार्बाइन, 3 राइफल, 2 LMG और कुछ ऑटोमैटिक हथियार भी लूटे गए। गोलीबारी, हमले और हथियारों की लूट के वीडियो भी सामने आए।
हिंसा के बाद ड्रोन फुटेज में डेडबॉडी ले जाते दिखे उपद्रवी
हिंसा के बाद का ड्रोन फुटेज सामने आया है। इसमें पहाड़ी पर मौजूद लोग अपने घायल और मृत साथियों को ले जाते नजर आ रहे हैं। हिंसा में मरने वाले शख्स की पहचान 25 साल के सागोलसेम लोया के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि घायल हुए लोगों में से एक को पैर में और एक को कंधे में गोली लगी। हालांकि वे खतरे से बाहर हैं। घायल हुए लोग मैतई समुदाय के हैं या कुकी, यह अभी साफ नहीं हो पाया है।
फुटबॉल खेल रहे बच्चों पर भी चलाई गोलियां
शांतिपुर इरिल नदी के पास जब गोलीबारी शुरू हुई तो वहां कुछ बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे। उन पर भी हथियारबंद लोगों ने गोलियां चलाईं। घबराए हुए बच्चे अपनी जान बचाने के लिए झाड़ियों में छिप गए। इस दौरान वह घायल हो गए। बच्चों का भी वीडियो सामने आया है, जिसमें उनके पैरों में जख्म नजर आ रहे हैं। बच्चे रो रहे हैं और आस-पास गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दे रही है।
हाल ही में मणिपुर में सुरक्षाबलों पर हुआ था हमला
मणिपुर के थौबल जिले में उपद्रवियों ने 17 जनवरी को पुलिस हेडक्वार्टर पर हमला किया था। उपद्रवी भीड़ की तरफ से की गई फायरिंग में तीन जवान घायल हो गए थे। पुलिस के अनुसार भीड़ ने पहले हेडक्वार्टर में दाखिल होने की कोशिश की थी। जब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल प्रयोग किया, तो भीड़ के बीच से कुछ उपद्रवियों ने फायरिंग कर दी।
मणिपुर में अब तक 200 से ज्यादा मौतें, 1100 घायल
राज्य में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई के बीच जारी जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। राज्य में अब तक 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
मणिपुर CM बोले- 1961 के बाद आए लोगों को बाहर निकालेंगे
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार (12 फरवरी) को ऐलान किया था कि 1961 के बाद राज्य में आए लोगों को बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा- 1961 के बाद मणिपुर आने और बसने वाले लोगों की पहचान की जाएगी। वे किसी भी जाति या समुदाय के हों, उन्हें बाहर किया जाएगा।
मणिपुर सरकार का ये फैसला राज्य के स्थानीय जाति समूहों के लोगों की रक्षा को लेकर उठाए गए कदम के रूप में देखा जा रहा है। राज्य में मई 2023 से सांप्रदायिक हिंसा जारी है। सीएम बीरेन ने हिंसा के लिए ड्रग माफिया और अवैध प्रवासियों, खासकर म्यांमार के शरणार्थियों को दोषी ठहराया था।